नशा करना तेजी से क्यों फैलता है ?
तालिका
- नशा करने वाले की पहचान
- नशा क्यों करते हैं ?
- नशा मुक्त भारत का सपना
- नशे की लत: ऐसे पा सकते हैं मुक्ति
नशा करने वाले की पहचान
नशा करने वाले का पता लगाने के लिए कुछ बिन्दु निम्न प्रकार हैं-
- व्यवहार में परिवर्तन होना व चिड़चिड़ापन बढ़ना।
- जेबखर्ची की जरूरत ज्यादा होने।
- बड़ों की बात ना मानना, बातें अनसुनी करना।
- जो व्यक्ति नशा करता है वह ज्यादा समय ध्यान केंद्रित नहीं कर पाता है।
- नशीले पदार्थों की बदबू को छुपाने के है लिए चिंव्गम, चॉकलेट,पतासी इत्यादि का सेवन अधिक करना।
- आंखें लाल होना, आंखों में सूजन होना व आंखें छोटी होना।
- चलते समय लड़खड़ाना।
- बिना नशा करें ,नींद नहीं आना। इन कुछ बातों को ध्यान में रखकर हम नशा करने वाले व्यक्तियों पर नजर रख सकते हैं और उनका पता लगा सकते हैं।
नशा क्यों करते हैं ?
नशा करने वाले व्यक्ति से पूछा जाए कि वह नशा क्यों करता है? तो उनका कहना है कि वह अपनी परेशान को कम दूर करने के लिए नशा करते हैं, नशा करते वक्त उनका दुख कम हो होता है , लेकिन जब उन्हें होश आता है, तब परेशानियां बढ़ी हुई दिखाई देती है तब तक इतनी देर हो चुकी होती है कि वह चाह कर भी नशा नहीं छोड़ पाता । गहन विचार किया जाए तो हम पाएंगे कि नशा करने से दुख दूर नहीं होते जबकि वह दुख बढ़ जाते हैं क्योंकि नशा करने से आर्थिक स्थिति कमजोर हो जाती है, हमारा मस्तिष्क कमजोर हो जाता है साथ ही साथ हमारी शारीरिक क्षमता भी कम हो जाती है जिस वजह से हम किसी भी कार्य को सही नहीं कर पाते।वर्तमान समय में देखा जा रहा है की फिल्मों में नशा करना बताया जा रहा है युवा पीढ़ी फिल्मों से बहुत ज्यादा प्रभावित होती है जिसके कारण वर्तमान समय में 70% युवा पीढ़ी नशे की लत के शिकार हो गए हैं वह चाह कर भी नशे को नहीं छोड़ पा रहे हैं क्योंकि जिस समाज में वह रह रहा हैं वहां पर नशा करना फैशन बन गया है।
तो हम कर सकते हैं कि नशा सिर्फ एक कारण से नहीं फैलबफैल रहा है, बहुत सारे कारण हमारे समाज में फैले हुए हैं उनके कारण यह बढ़ रहा है ।
नशा मुक्त भारत का सपना
सभी चाहते हैं कि हमारा देश नशा मुक्त भारत बने, लेकिन नशा मुक्त भारत बनाने के लिए हम सबको एकजुट होना पड़ेगा , तभीयतभी संभव है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र जी मोदी ने कहा है कि नशा एक मानसिक, शारीरिक व चिकित्सक बीमारी है जिसको हम सबको मिलकर जड़ से खत्म करना है इसके लिए कानून, समाज, परिवार और हर व्यक्ति को सहयोग करना होगा तभी नशा मुक्त भारत का सपना साकार होगा।संत रामपाल जी महाराज के शिष्य का कहना है कि संत रामपाल जी महाराज का सपना है भारत को ही नहीं पूरे विश्व को नशा मुक्त बनाना। नशे से छुटकारे के लिए संत रामपाल जी महाराज ने एक पुस्तक लिखी है इसका नाम जीने की राह है जिसे पढ़कर भी कई लोगों ने नशे से छुटकारा पाया है।
जब हमने सच्चाई जाना चाहा तो हमने कई लोगों के साक्षात्कार भी देखें , हमने सतपाल जी ,दिल्ली का साक्षात्कार (इंटरव्यू) जिसमें उन्होंने बताया कि संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा ग्रहण करके पर उनका नशा छूट गया।
नशे की लत: ऐसे पा सकते हैं मुक्ति
नशे की लत ने व्यक्ति को बर्बाद कर दिया है हर कोई व्यक्ति इससे छुटकारा पाना चाहता है इसके लिए सरकार द्वारा भी नियम बनाए जा रहें हैं, नशा मुक्ति केंद्र भी खोले गए पर फिर भी यह संभव नहीं हो पा रहा।लेकिन वर्तमान समय में सोशल मीडिया पर देखा जा रहा है की नशे से छुटकारे में आध्यात्मिक ज्ञान बहुत बड़ी भूमिका निभा रहा है। संत रामपाल जी नें सत्संग के माध्यम से बताया कि नशा करने से व्यक्ति की भक्ति भी सफल नहीं होती और क्योंकि नशा भक्ति में बाधक है।
संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखित पुस्तकों व सत्संग के माध्यम से आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करके व्यक्ति नशे से दूर हो रहा है। साथ ही यह भी देखने में आया है कि संत रामपाल जी महाराज के द्वारा निशुल्क नाम दीक्षा दी जा रही है, निशुल्क नाम दीक्षा ग्रहण करके नशा करने वाले व्यक्ति नशे से छुटकारा पा रहे हैं।
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