भारत में शिक्षा का खराब स्तर
भारत एक ऐसा देश है जो बहुत ही तीव्र गति से विकासशील देश से एक विकसित देश बन गया है लेकिन जब इसके शिक्षा के स्तर को देखा जाता है तो यह बहुत ही खराब है।
इसका मुख्य कारण यह हो सकता है कि जो संसाधन हैं उनका सही तरीके से उपयोग नहीं हो पा रहा है और जिन लोगों को इनकी जरूरत है उन तक नहीं पहुंच पा रहे है तो ,आइए देखते हैं कि भारत की शिक्षा से संबंधित क्या-क्या समस्याएं हैं और उनके क्या-क्या समाधान कर सकते हैं
समस्या
सरकारी व प्राइवेट विद्यालयों के पाठ्यक्रम में अंतर होना
रटन विद्या पर जोर देना
योग्य शिक्षकों की कमी
शिक्षा से संबंधित संसाधनों का सही वितरण नहीं हो ना
शिक्षा प्रणाली का समावेशित नहीं होना
जमीनी स्तर से शिक्षा की गुणवत्ता में कमी
समाधान
सरकारी व प्राइवेट स्कूलों के पाठ्यक्रम के अंतर को दूर किया जाए
भारत सरकार का स्कूलों पर प्राइवेट व सरकारी दोनों तरह के स्कूलों पर पूरा नियंत्रण है
शिक्षा पर खर्च को बढ़ावा दिया जाए
शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाए
शिक्षक भर्ती में शिक्षकों की गुणवत्ता पर भी ध्यान दिया जाए
नवीन शिक्षा नीतियों को लागू कर मैं के साथ ही उस पर कार्य भी होना बहुत जरूरन
लिंग के आधार पर शिक्षा के अंतर को दूर किया जाए
सरकारी विद्यालयों में आधुनिक शिक्षा नीति को सुचारू रूप से लागू किया जाए
रटन विद्या के स्थान पर समझने पर जोर दिया जाए
बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए छोटे-छोटे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए
नवीन शिक्षा नीति के लिए बालकों से पूर्व शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाए
परीक्षा प्रणाली को मजबूत किया जाए
परीक्षा प्रणाली के साथ-साथ प्रायोगिक कार्यों पर भी ध्यान दिया जाए
गांव-गांव और घर-घर जाकर शिक्षा के लिए जागरूक किया जाए
शिक्षा को निशुल्क किया जाए जिससे कि गरीब और योग्य बच्चे भी शिक्षा प्राप्त कर सकें
निष्कर्ष
तो इस प्रकार हम हमारी शिक्षा से संबंधित समस्याओं को सरकार, शिक्षकों और जनता केेे सहयोग दूर कर सकतेे हैं।
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